सरसों खरीद केन्द्र पर अव्यवस्थाओं की भरमार
हनुमानगढ़। जिला मुख्यालय पर औद्योगिक क्षेत्र में सरसों खरीद के लिए बनाए गए क्रय-विक्रय सहकारी समिति के केन्द्र पर अव्यवस्थाओं से किसान परेशान हैं। हालात यह हैं कि भीषण गर्मी के बावजूद किसानों के लिए न तो पेयजल की उचित व्यवस्था है और न ही बैठने-छाया की। अपनी कृषि जिन्स लेकर केन्द्र पर आए किसानों ने अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई। गांव पक्कासारणा निवासी किसान हंसराज बिस्सु ने बताया कि सरसों खरीद केन्द्र पर पेयजल की व्यवस्था नहीं। मिट्टी उड़ रही है। न ही किसानों के बैठने के लिए उचित व्यवस्था है। जहां बैठने की व्यवस्था है वहां किसान की पर्ची काटने का कार्य किया जा रहा है। किसान को खड़े रहकर पर्ची कटवानी पड़ रही है। वहीं पर कृषि जिन्स से भरे कुछ थैले रखे हुए हैं। किसान बाहर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के पास धूप में बैठने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों जब जिला कलक्टर ने खरीद केन्द्र का निरीक्षण किया था तो सभी व्यवस्थाएं ठीक कर दी गई थीं।
उनके जाने के बाद फिर अव्यवस्थाएं पैदा हो गईं। एक थैले में 50 किलोग्राम की जगह 51 किलोग्राम से अधिक सरसों भरकर किसान को लुटा जा रहा है। किसान लाचार है, वह कुछ नहीं कर पा रहा। अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही। अगर जिला कलक्टर किसी को सूचित किए बगैर आकस्मिक निरीक्षण करें तो धरातल पर स्थिति क्या है, इसका पता चले। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि खरीद केन्द्र पर किसानों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। खरीद केन्द्र पर अव्यवस्थाओं की शिकायत पर सहकारी समितियां उप रजिस्ट्रार मनोज कुमार मान
केन्द्र पर पहुंचे। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उप रजिस्ट्रार ने बैठने व पेयजल की उचित व्यवस्था करने के निर्देश खरीद केन्द्र प्रभारी को दिए। भविष्य में तोल में फर्क न आने के संबंध में भी केन्द्र प्रभारी को निर्देशित किया। उप रजिस्ट्रार ने बताया कि अब तक हनुमानगढ़ जिले में 35 हजार 995 किसानों में से 28 हजार 637 ने पंजीकरण करवाया है। इसमें से 18 हजार 95 किसानों को सरसों खरीद के लिए दिनांक अलॉट हो चुकी है। 16 मई तक 2 लाख 50 हजार 206 क्विंटल सरसों की खरीद जिले के 23 खरीद केन्द्रों पर हो चुकी है।